जोधपुर,बाल अधिकारिता विभाग द्वारा पंजीकृत एवं संपर्क संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह का किशोर न्याय समिति राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के अध्यक्ष न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने निरीक्षण किया। संस्थान के बालगृह भवन का अवलोकन करते हुए बच्चों को प्रदत्त सुविधाए एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के वरिष्ठ सलाहकार राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने बाल गृह के निरीक्षण के समय परिसर में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों के साथ संवाद करते हुए मेधावी बच्चों को पुरस्कृत किया एवं संस्थान से जुड़े सेवाभावी कार्यकर्ताओं एवं भामाशाहों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण के पुनीत कार्य को सभी को मन से करना चाहिए। अतिथियों का स्वागत करते हुए संपर्क संस्थान के सचिव सौमित्र बनर्जी ने बताया कि संपर्क संस्थान द्वारा 1990 से भारत के विभिन्न राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल, राजस्थान में बाल विकास कार्य, महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र, घरकुल योजना, सेल्फ हेल्प ग्रुप, ग्रामीण चिकित्सालय, समाज शिक्षा सुधार केंद्र, समाज सेवा के कार्य किया जा रहे हैं । जोधपुर से 30 किलोमीटर दूर बावड़ी तहसील के गंगानी गांव में देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले 6 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए बाल विकास केंद्र चलाए जा रहा है। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों द्वारा देशभक्ति गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गयाI कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि हार्टफुलनेस कोच संगीता गर्ग थी। कार्यक्रम का संचालन राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति की एमआईएस असिस्टेंट कृष्णा वैष्णव ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ बी एल सारस्वत सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग ने किया। इस अवसर पर राजकीय संप्रेषण एवं किशोर गृह अधीक्षक रामनारायण बिश्नोई, राजकीय बालिका गृह अधीक्षक रक्षिता कविराज, दिनेश जोशी, महेश सारस्वत, वेदप्रकाश दाधीच, प्रेम मुंदड़ा, महेंद्र सोनी, रोहित सोनी, ओमप्रकाश प्रजापत, सजनाराम, तपोशी बैनर्जी, प्रीथा बैनर्जी, पूजा सारण, विरेन्द्र सारस्वत, श्रवण कांस्वा, पृथ्वी सिंह, भागीरथ राव, विक्रम प्रजापत, खलील शाह, घनश्याम, नारायण सिंह, उपस्थित थे|